Monday, September 22, 2008

आपकी समस्याएं, हमारे सुझाव

आपकी सेक्स सम्बंधित किसी भी समस्या का समाधान सुझाने के लिए ही इस पेज का विकास किया गया है। अपनी समस्याएं इस पते पर भेंजें- yonachar@gmail.com
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Monday, September 1, 2008

कैसे पढाऊँ जवान मस्तानी को?

मै २४ साल का एक बेरोजगार नौजवान हूँ। अपने खर्चे निकालने के लिए मैं लोगों के घरों पर जाकर उनके बच्चों को पढाता हूँ। एक दिन मेरे दरवाजे पर पड़ोस में रहनेवाले रमेश जी आए। कहने लगे की उनकी बहू को किसी ने सरकारी नौकरी लगवा देने का वादा किया है। इसलिए अगर मै उसे पढाना शुरू कर दूँ तो बहुत ही अच्छा होगा।
रमेश जी का प्रस्ताव सुनते ही मेरे नसों में खून की चाल बढ़ गई। पूरा मोहल्ला जानता था उनकी बहू कितनी खूबसूरत थी। लगभग सभी नौजवान उस बहू के बारे में झूठी-सच्ची कहते ही रहते थे।
कइयों का विचार कि बहू रमेश जी के साथ सोती थी।
रमेश जी ने मुझे अच्छा पैसा देने का वादा किया। वैसे वे कम पैसे देते तो भी शायद मैं इस बारे में उनसे ना तो नहीं कहता। तय हुआ कि मैं दोपहर के दो बजे से बहू को पढाने उनके घर पर आ जाऊंगा।
अगले दिन दोपहर के दो बड़ी मुस्किल से बजे। मै बहुत पहले से ही तैयार होकर बस घड़ी ही देख रहा था।
मैं दो बजे से करीब पन्द्रह मिनट पहले रमेश जी के दरवाजे पर पहुँच गया। दरवाजा रमेश जी ने ही खोला। मुझे थोडी निराशा हुई। मैं सोच रहा था की बहू दरवाजे पर ही मिल जायेगी। लेकिन यहाँ तो वह कमरे में भी दिखाई नहीं दे रही थी।
मुझे एक कुर्सी पर बैठने का इशारा करके रमेश जी भीतर चले गए। मुझे दुबारा तकलीफ हुई जब वे ख़ुद ही मेरे लिए पानी लेकर आए। मैं सोचने लगा आख़िर यह बहू भला क्या कर रही है।
जब मैंने पानी पी तब रमेश जी ने भीतर को इशारा करते हुए कहा की बहू मेरी रह देख रही है।
अन्दर के कमरे में जाकर मैंने बहू को पहली बार नजदीक से देखा।
वह बहू क्या थी एक बाला ही थी। जब मैं कमरे में दाखिल हुआ तब वह अपने बच्चे को अपना स्तन पिला कर फारिग ही हुई थी। मेरी मौजूदगी का अनुभव करके वह अपने स्तन को ब्लाउज के भीतर डालते हुए मेरी तरफ़ मुडी और मुझे नमस्कार किया। मैंने उसके नमस्कार का जवाब तो दिया पर मेरी निगाह उसके ब्लाउज पर ही टिकी रही।
मैंने कभी भी इतनी मस्त और गुलाबी चूच के दर्शन नहीं करे थे। कहना न होगा की मेरी कनपटी सुर्ख हो गई।
खैर! हम व्यावहारिक रूप से जिस बात क लिए आए थे उसकी चर्चा शुरू हुई। मैंने उसे कुछेक वाक्य लिखने को कहा ताकि मुझे पता तो चले सकी स्थिति क्या थी और मुझे कहाँ से शुरू करना था।
बहू की हालत मेरी उम्मीद से भी बदतर थी। उसने वाक्य तो क्या एक वाक्यांश तक ठीक से नहीं लिखा। नोट बुक से नजर उठा के मैंने उससे और भी नजदीक आने का इशारा किया ताकि मैं करेक्शन कर के दिखा सकूँ। बहू नजदीक चली आयी और मैंने नोट बुक को जानबूझ कर अपनी गोद में कुछ इस प्रकार से रखा की उसे मेरे तने हुए लंड की ख़बर हो जाए।
मैं अपने मकसद में कामयाब रहा। जब करेक्शन की तरफ़ इशारा करते हुए उसके चहरे को देखा तो पाया की उसकी नजरें मेरी गोद पर ही हैं। लेकिन वह नोट बुक को नहीं देख रही थी।
मैंने हँसते हुए कहा कि अगर इतनी गलतियाँ उसके नोट बुक में मिली तो मुझे उसके कान भी खींचने होंगे। बुरा तो नहीं लगेगा।
'बिल्कुल नहीं, ' एक मर्दानी आवाज आई, 'ऐसा तो होना ही चाहिए
मैंने देखा रमेश जी अचानक कमरे में आ गए थे। मैं सोचने लगा कि यह ठीक नहीं है। लेकिन इस बारे में मैं क्या कहता?
कहा तो बहू ने भी कुछ नहीं। लेकिन उसने नजर उठा के जिस तरीके से ससुर को देखा, उससे कुछ कहना बाकी भी नहीं रहा। ससुर जी ने तुरत ही कमरा छोड़ दिया। मैं कुछ बोला नहीं। सिर्फ़ बहू की छाती को देखते हुए सोचता रहा की उसके चूंच मेरी हथेलियों में कैसे लगेंगे।
'तुम्हारा नाम क्या है?' मैनें अचानक पूछा।
'रेखा।' कहते हुए उसने अपने पल्लू को सम्हालना चाहा जो थोड़ा नीचे सरक आया था।
मैंने पल्लू पकड़ लिया और बोला 'इन्हें ऐसे ही रहने दो, अच्छे लग रहे हैं।'
वह मुस्कुराई और कहने लगी, 'तुम मर्दों को इसके सिवा भी कुछ अच्छा लगता है क्या?'
फ़िर उसने अपना पल्लू गोद में गिर जाने दिया और नोटबुक में कुछ लिखने लगी। मेरा लंड तना जा रहा था। मैंने हिम्मत करके अपनी कांपती ऊँगलियाँ उसके ब्लाउज के बटनों पर रख दीं।
बहू ne najaren उठा के देखा। फ़िर muskarayee और kahne लगी: तुम क्या सोचते हो boodha तुम्हें maja करने देगा? वह कभी भी kamre में आ सकता है।

(अभी जारी है।)

आप अपने अनुभवों की दास्ताँ हमें भेज सकते हैं

प्रिय पाठक,
आप अपने अनुभवों की दास्ताँ हमें भेज सकते हैं। उन्हें प्रकाशित करके हमें बहुत खुशी मिलेगी। चुनी हुई प्रविष्टियों पर हम यथोचित पारिश्रमिक भी दे सकते हैं।
-सहेली

Friday, August 29, 2008

ससुर का लंड

Hi, me sonia khan UP se.
Ye meri pehli story he.
Meri age 21 yr he. Me shadi shuda hu. Ye story aaj se 2sal purni hai. Jab me nyi-2 sasural ayi thi.
Mere sasural me keval 4 sadsaya the, sas-4o+,sasur-45+,nanad-18,aur mere pati.
Mere pati ka marketing ka kam tha, is liye vo jyadatar out of city rahte the, aur mahine me ek do bar aate the.
Mujhe sasural me koi paresani nahi thi. Meri shadi ko 4month hue the aur mene keval 8-10 baar hi sex kiya tha.
Ek din ki baat hai,ghar par me aur meri nanad thi. Me apne room me TV dekh rahi thi. Mujhe toilet lagi to me apne se nikal kar toilet ki taraf jane lagi.
Tabi mujhe esa laga ki meri nanad yani rehana ro rahi hai. Mujhe laga ye aawaj uske room se arahi thi.
Mene socha aawaj lagao fir kuch soch kar key hole se dekhne lagi. Andar ka nazar dekh kar me to sann rah gai.
Aadar rehana nangi faras par padi thi,aur hamara kutte uski chut chat raha tha.
Ye dekh kar mere to hos ud gai. Fir mene dekha rehana ne tommy ka lund pakad kar apni chut me dal diya, aur tommy kisi perfect aadmi ki tarah dakke lagane laga aur rehane bhi gand uchal kar uska javab dene lagi.
Mujhse ye sab dekha nahi gaya aur me waha se hat gai.
Thodi der bad tommy bahar nikal aya aur uske bad rehana ayi. Mujhe uspe bahut gussa arahatha. Me pucha andar kya chal raha tha to vo sakpaka gai. Mene use bataya ki mene sab dekhliya hai to wo rone lagi.
Kahne lagi mujhse control nahi hota, to me shant ho gai.
Mene samjhaya ki koi boyfriend banao aur usse sex karo, to wo kahane lagi ki bf to he magar dar lagta hai.
Admi ka lund to bahut bada hota hai. Mene poochha kisne kaha ki admi ka bahut bada hota hai, to kahne lagi ki, mene dekha hai.
Mene kaha kiska? to usne bataya, ki usne apne papa ka dekha hai.
Usne bataya ki papa ka lund gadhe jitna bada hai.
Mujhe viswas nahi hua, mene kisi tarah samjha kar aainda na karne ki kasam khilwai.
Lekin mere dimag me to sasur ji ka lund gumne laga tha.
Mene socha ek bar dekha jaye.
Ek bar ghar ke sabi log kahi gae the aur 2 din bad ane wale the, kewal me aur sasur ji bache the.
Mene socha acha moka hai. Mene rat ko unke dudh me nind ki goliya mila di. Vo rat ko dudh pi kar so gye. Me 1gante bad unke room me gai, unko hilaya magar vo nahi jage.
Me samaj gai ki ab vo nahi jagne wale. Mene unki lungi aur kacha hataya. Me unka lund dekh kar sann ho gai. Unka lund soye hue bhi kariban 8″ lamba tha.
Mene socha ise khara karke dekhte hai.
Me lund ko sahlane lagi, thori der bad unka lund badne laga aur tan kar lagbag 12″ ka ho gaya mene socha nap ka dekhu ki agar meri chut me gusa to kaha tak ayega.
Me apni sari aur peticot nikal kar alag rakha aur upar se napne lagi, unka lund meri chati tak araha tha. Meri to hawa kharab hogai.
Me hatna chaha to sasur ji ka hat apne jango par paya.
Mene dekha ki unki ank kuli hui hai aur wo muskurahe hai. Wo kahne lage nap to liya, undar to lekar dekho.
Me dar gai or hatna chaha magar unhone mujhe pakad kar niche bed par patak diya aur meri chuchi dabane lage.
Me bhi madhos hone lagi.
Me unhe rokne lagi, par unhone meri blouse aur bra nikal diye aur meri chuchi ko chusne lage. Me pagal ho gai. Fir meri chut chatne lage aur apna lund meri chut par ragarte hue andar dalne lage.
Unka adha to aram se meri tar chut me chala gaya.
Mene kaha papa itna hi dal kar karlo. Wo bole kuch nahi hoga, tumhari mumy to roz pura leti hai.
Unhone pura ander dala. Mujhe dard hone laga par wo nahi mane aur pura dal kar hilane lage. Mujhe bhi maja ane laga thori der bad hum dono ………..

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Thursday, August 14, 2008

मेरी टीचर दीवानी है

मै 12th स्टैण्डर्ड का स्टुडेंट हूँ. मुझे लगता है मेरी बायोलाजी की टीचर मुझे बुरी नीयत से देखती है. वह एजेड तो है पर अभी कुंवारी है. वो दो बार मुझसे सन्डे को कमरे पर आने के लिए कह चुकी है. मै डरता हूँ कहीं न जाने पर वो नाराज न हो जाए.

मुझे तो लगता है तुम भी सन्डे मनाना चाहते हो. अगर तुम्हारी टीचर नाराज हो जाए तो क्या कर लेगी? पेपर ख़राब करा देगी? कभी नहीं. उसकी नजर में तुम sउंदर हो सकता है वो तुमसे ब्रोठेर्ली अफ्फेच्शन रखती हो. पहले से ही कुछ मतलब निकल कर मत बैठो.
तुम्हारी टीचर तुमसे न सिर्फ़ उमर में बल्कि दिमाग में भी बड़ी है. एक बार कमरे पर जा करके तो देखो. तुम्हारा डर बताता है तुम्हारी ख़ुद की नीयत ठीक नहीं है. अगर तुम्हारी टीचर तुमसे सेक्सुअली कुछ चाहती है तो एक बार उसे बताने का मोका तो दो.

अगर मन साफ है
अगर ख़ुद तुम्हारा मन साफ है तो उससे कहो वह तुम्हे तुम्हारी मौसी या ताई जैसी लगती है. फ़िर देखो क्या होता है?
अगर फ़िर भी वह सेक्सुअल फीलिंग जताती है तो साफ-साफ मना कर दो. नाराजगी में पेपर बिगाड़ने का भय है तो सीनियर टीचर या प्रिंसिपल से बात की जा सकती है. लेकिन एक बार कमरे पर जाने के पहले कोई नतीजा मत निकालो.
ख़ुद भी ठीक से समझ लो की ऐसी टीचर से रिश्ता बना के तुम सिर्फ़ खोवोगे, पाओगे कुछ भी नहीं।

mujhe pyar ho gaya hai

mai 22 sal ki ladki hun. pichhale do sal se mai ek 24 sal ke ladke se pyar karti hun. wah bhi mujhe bahut chahta hai. kai bar hamne sex bhi kar liya hai. ab shadi karna chahte hain. lekin mere ma-baap raji nahi hai. aap kya kahti ho?

tumhari umar me pyar (love) ke bajai aakarshan (infatuation) jyada hota hai. sambhav hai bad me ladke ki chahat kam ho jaye.
aajkal shadi se pahle sex karna koi anokhi bat nahi hai. fir bhi ladka bad me tumhe is bat ke liye tane mar sakta hai. tum par dosh bhi laga sakta hai.
jaroori nahi ki tumhara faisla galat aur ma-bap ka faisla sahi hi ho. ma-bap ki karai hui kai shadiyan bhi tootati hain. fir bhi samajik shadiyon me samaj ka sambal rahta hai. behtar security bhi hoti hai.
yadi tum har prakar ki paristhitiyon ke liye taiyar ho to ma-bap ki marji ke virudhh bhi shadi kar sakti ho.

patni mana karti hai

mai 55 sal ka healthy aadmi hun. mujhe rojana nahi to sat dinon me to ek bar sex chahiye. lekin patni mana karti hai. kahti hai,- bachche bade ho gaye hain, ab hamen sex nahi karna chahiye. patni ko diabetes ki bimari hai. doctor kahte hai is bimari me sex ki chahat kam ho jati hai. mere ek manager ki patni kabhi-kabhi mere sath so leti hai. kya karu?

doctor sahi kahte hain. diabetes ke marijo ki sex ki bhookh (libido) kam ho hi jati hai. Aapki patni shayad isi karan se ruchi nahi leti.
aap bhi apni jagah sahi ho. mai koi lakeer-peetu vichar na rakhati hu na kisi ko rakhne ki salah deti hu. fir bhi mujhe lagta hai, aapka kisi ki patni ke sath sona aakhikar thik nahi rahega. yadi aapka manager raji hai tab bhi aise riste kamyab nahi hote.
aap patni ko samjhawen. bachchon ka bada ho jana sex se alag hone ki jayaj vajah nahi honi chahiye. bachche hain to bade bhi honge. lekin bed room ki privacy ki duniyan unki dakhal se alag hai.

is umar me bhi karte to hain
aapki umar me sex ki jarurat feel karma koi anokhi bat nahi hai. reality to yehi hai ki sex ka vastwik maja shuru hi 40 sal ke bad hota hai. isse pahle to bas ladakpan ki chumachati me hi bachche paida ho jate hain.
abhi hal hi prakashit ek shodh me paya gaya ki 70 ke bad ki umar me bhi jo log hapte me kam se kam ek bar sex karte hain, we sharirik roop se swasth hain aur mansik roop se chitanya bhi.
aap patni ko samjhawen aur jitna ho sake sex ka poora maja lewen.